विष या जहर को उतारने के लिए कीजिए घरेलू उपाय तो जानिए
विषोपचार
विष पीने पर
(1) जिसने विष सेवन किया हो, उसे काफी मात्रा में देशी घी पिलाना चाहिए इससे उल्टी के साथ विष शरीर से निकल जाता है।
(2) दो चम्मच राई का चूर्ण पानी के साथ देने से उल्टी होकर विष का प्रभाव नष्ट हो जाता है।
बिच्छु के काट लेने पर
फिटकरी को गर्म करें, जब वह पिघलने लगे तो फौरन उस जगह पर चिपका दें जहाँ बिच्छु ने काटा हो, बिच्छु का पूरा जहर उस फिटकरी में आ जायेगा और बाद में वह चिपकी हुई फिटकरी अपने आप निकल जायेगी।
कीड़े के काट लेने पर
यदि बर्र, मधुमक्खी या ऐसा ही कोई जहरीला कीड़ा काट ले और डंक भीतर ही रह जाये, तो माचिस की तीली का मसाला खुरचकर पानी में घोल ले। घोल गाढ़ा होना चाहिए। अब इस घोल को उस जगह पर भर दें जहाँ कीड़े ने काटा हो। इससे लाली, दर्द, सूजन वगैरह कुछ नहीं होगा और घाव जल्दी भरेगा।
साँप के काटने पर
(1) साँप के काटने पर पीपल के ताजे डण्ठल को कान में लगाकर मजबूती से पकड़े रहने पर साँप का विष उतर जाता है। इस दौरान साँप द्वारा दशित व्यक्ति को काफी कष्ट होता है, इसलिये उसके सिर को 2-3 व्यक्तियों को मजबूती से पकड़े रहना चाहिए।
(2) जो शख्स यह चाहे कि साँप का विष न चढ़े, उसे हर रोज सवेरे कड़वे नीम के पत्ते चबाने की आदत डालनी चाहिये। जो आदमी बिना चूके, रोज नीम के पत्ते चबाता है, उस पर सर्प विष असर नहीं करता।
मकड़ी लगने पर
सफेद जीरा और सौंठ को पानी के साथ पीसकर लेप करने से मकड़ी के विष का प्रभाव नष्ट हो जाता है। जहाँ मकड़ी लगने से फफोले उठे हों वहां लेप करना चाहिए।
पागल कुत्ते के काटने पर
बिजौरा नींबू की जड़ पत्थर पर चन्दन की तरह पानी में इतनी देर घिसें कि एक बड़ा चम्मच भर लेप तैयार हो जाए। इस लेप को सिर्फ एक बार प्रतिदिन सुबह 31 दिन तक कुत्ते द्वारा काटे गये व्यक्ति को पिलाने से कुत्ते का जहर पेशाब के रास्ते से निकल जाएगा।