आज हम इस पोस्ट पर जानेंगे घरेलू उपाय कान व नाक के रोगों को घर पर ही कैसे ठीक करे तो आइए जानते ही कोन कोन से रोगों को हम घर पर ही ठीक कर सकते है
Gharelu upchar ब्लॉग पर आपको नॉलेज मोटिवेशन (प्रेरणा) हेल्थ टिप्स से रीलेटेट सब कुछ मिलेगा । तो आइए जानते हैं घरेलु उपाय -
कान व नाक के रोग
1.कान का दर्द ।
2. कान का बहना ।
3. कान के अन्य रोग ।
4. नाक से खून गिरना ।
तो आइए जानते हैं इन सभी रोगों के घरेलू उपचार
कान का दर्द
(1) लहसुन की दो कलियाँ छीलकर कूट लें। फिर उन्हें थोड़े से शुद्ध तिल के तेल में मिलाकर गर्म करें। गर्म हो जाने पर उतारकर छान लें, गुनगुना होने पर इस तेल की दो-तीन बूंद कान में डालने से कान के दर्द में शीघ्र आराम मिलता है।
(2) तिल के शुद्ध तेल में थोड़ी-सी अजवाइन को पंकाकर छान लें। हल्का गुनगुना होने पर इस छने हुए तेल की छह-सात बूंदें कान में टपकाएँ।
(3) प्याज को गर्म राख में भूनकर उसका पानी पीयें। निचोड़कर कान में डालें, दर्द में आराम होगा।
कान का बहना
(1) तुलसी के पत्तों का रस, अदरक का रस, शहद, कड़वा तेल समान मात्रा में मिलाकर उसमें जरा सा सेंधा नमक पीसकर मिला लें, इसको शीशी में भरकर रख लें। इसे जरा गर्म करके 2-2 बूंद कानों में टपकाने से कान बहना और पकना आदि ठीक हो जाते हैं।
(2) यदि किसी बच्चे का कान बहता हो, तो लहसुन के साथ नीम की दस बारह कोपलें या पाँच-सात पत्तियाँ भी पानी में उबालें। तत्पश्चात जिस तरफ का कान बहता हो, उसमें रात को सोने से पूर्व इस पानी की दो-तीन बूंदें डालें और रुई लगाएँ। इससे कान का बहना बंद हो जाता है। जब तक पूरी तरह आराम न हो जाए, प्रतिदिन यह क्रिया करते रहें।
(3) दस ग्राम लहसुन को छह ग्राम सिंदूर के साथ पीसकर, सौ ग्राम सरसों में डालकर अग्नि पर पकाएं। जब तेल आधा रह जाए, तब उतारकर छान लें और कांच की किसी शीशी में भर लें। इसकी दो-तीन बूंदें दिन में दो तीन बार कान में टपकाने से कान का बहना बंद हो जाता है।
कान के अन्य रोग
(1) कान में कीड़ा चला गया हो तो सरसों के तेल को गरम करके डालने से कीड़ा शीघ्र बाहर निकल जाता है।
(2) कान में चींटी के चले जाने पर फिटकरी को घोलकर कान में डालें, चींटी बाहर निकल जाएगी।
(3) किसी भी प्रकार का कीड़ा कान में घुस गया हो, तो सादे पानी में नमक घोलकर कान में डालें और उल्टा दें। पानी के साथ कीड़ा भी निकल जाएगा।
(4) गुड़ और घी मिलाकर गरम करें और खाएं, उससे कान में होने वाली सायं-सायं की आवाज दूर हो जाती है। कान में किसी भी तरह से पानी चला गया हो तो तिल का गरम तेल डालना लाभप्रद होता है।
नाक से गिरना खून
(1) सिर पर ठंडे पानी की धार डालने से नाक से खून गिरना तुरंत बंद हो जाता है।
(2) दस ग्राम मुल्तानी मिट्टी को कूटकर रात को पानी में भिगो दें। कम से कम आधा किलो पानी अवश्य रहना चाहिए। प्रातः पानी को निथारकर कपड़े से छान लें। इस साफ पानी को पीने-पिलाने से वर्षों पुराना नकसीर का रोग भी दूर हो जाता है।
(3) तीन ग्राम सुहागे को थोड़े से पानी में घोलकर दोनों नथुनों पर लेप कर दें। खून गिरना तत्काल बंद हो जाएगा।
(4) आँवलों के पानी को पिलाने या आँवलों को पानी में पीसकर माथे, तालू तथा नाक पर लेप करने से नकसीर फूटना बंद हो जाती है।