अपने दांतों की देखभाल कैसे करे? अपने दांतों की घर पर हि देख रेख कैसे करे?(How to take care of your teeth? How to take care of your teeth at home?)

अपने दांतों की देखभाल कैसे करे? अपने दांतों की घर पर हि देख रेख कैसे करे?(How to take care of your teeth? How to take care of your teeth at home?)

अपने दांतों की देखभाल कैसे करे? अपने दांतों  की घर पर हि देख रेख कैसे करे?(How to take care of your teeth? How to take care of your teeth at home?)
परिचय :(indroduction)
अपने दांतों की देखभाल कैसे करे? अपने दांतों  की घर पर हि देख रेख कैसे करे?(How to take care of your teeth? How to take care of your teeth at home?) परिचय :(indroduction)



भोजन करने के बाद दांतों की सफाई न करने पर दांतों के बीच फंसे अन्न का कण बाहर नहीं निकल पाता है जिससे दांतों के बीच फंसे अन्न के कण रात को सोने पर मुंह से निकले वाले लार के संपर्क में आकर सड़ने लगते हैं। उन अन्न के कणों के सड़ने से दांतों की जड़े खोखली हो जाती हैं। खोखली जगहों में भोजन का अंश भरने से दांत सड़ने लगते हैं तथा दांतों में अत्यधिक तेज दर्द होने लगता है। दांतों में लगे कीड़े धीरे-धीरे फैलकर मसूढ़ों को कमजोर कर देते हैं जिसके कारण मसूढ़ों से पीव (मवाद), खून आदि निकलने लगता है। दांत कमजोर होकर टूटने लगते हैं। मसूढ़ों की कमजोरी के कारण पायरिया व अन्य प्रकार के दांतों के रोग हो जाते हैं। अधिक गर्म पदार्थ खाने या किसी कारण से मसूढ़े छिल जाने पर मसूढ़ों में सूजन आ जाती जिससे मसूढे कमजोर हो जाते हैं। अधिक मीठी व खट्टी चीजे खाने से भी दांतों में कीड़े लगते हैं।

कभी-कभी दांतों में सड़न के बिना ही दर्द होने लगता है। इस प्रकार का दर्द अधिक ठंड के कारण उत्पन्न होता है तथा गर्म वस्तुओं के प्रयोग से खत्म हो जाता है।

कारण :

दांतों के रोग तभी होते हैं जब कोई दांतों की सफाई पर ध्यान नहीं देता। नियमित रूप से दांतों की सफाई न होने पर दांत कमजोर हो जाते हैं। भोजन के बाद दांतों के बीच फसे अन्न के कण दांतों में सड़ने लगते हैं जिससे दांतों में कीड़े लग जाते हैं और वे खोखले हो जाते है। दांत खोखला होने पर भोजन करने या पानी पीने पर तेज दर्द होता है। गर्म पदार्थ पीने व खाने के बाद ठंडा पानी पीने से दांत कमजोर होकर गिरने लगते हैं। खट्टे अथवा मीठे पदार्थ अधिक खाना, दांतों में तीनका करना, गुटखा खाना, पान तथा तम्बाकू का अधिक सेवन करना आदि कारणों से दांत व मसूढें कमजोर होकर रोगग्रस्त हो जाते हैं।

लक्षण :

दांतों में रोग होने पर भिन्न प्रकार के लक्षण उत्पन्न होते हैं। दांतों का कमजोर होना, जबड़े में दर्द होना, दांतों का खोखलापन, दांतों में कीड़े लगना, दांतों का हिलना, दांतों पर पीले रंग का मैल जमना, सड़न के कारण दांत का निचला भाग काला होना तथा समय से पहले ही दांतों का गिरना आदि इस रोग के लक्षण होते हैं। गर्म व ठंड़े पदार्थ खाने से खोखले दांतों में दर्द होता है।

भोजन और परहेज :

भोजन करने के बाद दांतों की सफाई करनी चाहिए।

रोग में हल्के गर्म पानी से प्रतिदिन कुल्ला करना चाहिए।

अधिक गर्म, ठंडा तथा रूखा भोजन नहीं करना चाहिए।

चाय पीकर ठंडा पानी पीना, बर्फ का अधिक सेवन करना तथा कठोर वस्तुओं का सेवन करना हानिकारक होता है।

1. अमरूद :

अमरूद के कोमल पत्ते को चबाने से दांतों का दर्द ठीक होता है।

अमरूद के पत्ते को पानी में उबाल लें और इसमें फिटकरी मिलाकर कुल्ला करें। इस तरह प्रतिदिन कुल्ला करने से दांतों की पीड़ा दूर होती है। इससे मसूढ़ों की सूजन भी मिटती है।

2. नीम :

प्रतिदिन नीम की दातुन करने से दांतों में कीड़े नहीं लगते हैं और दांतों में लगे कीड़े नष्ट हो जाते हैं।

नीम की जड़ को पानी में उबाल कर थोड़ी सी फिटकरी मिलाकर प्रतिदिन कुल्ला करना चाहिए। इससे मुंह की बदबू नष्ट होती है और मसूढ़ों से खून का निकलना बन्द होता है।

3. टमाटर :

दांतों के रोग से पीड़ित रोगी को प्रतिदिन टमाटर खाना चाहिए। इससे दांत स्वस्थ व मजबूत रहते हैं।

4. कालीमिर्च :

कालीमिर्च को कूटकर पानी में मिलाकर गर्म करके प्रतिदिन 2se3 बार कुल्ला करने से दांतों का दर्द समाप्त होता है।

कालीमिर्च को भूनकर बारीक पीसकर प्रतिदिन मंजन करने से दांत साफ व मजबूत होते हैं।

एक ग्राम कालीमिर्च और 2 ग्राम तम्बाकू को बारीक पीसकर मंजन बना लें और इस मंजन से प्रतिदिन दांत साफ करें। यह दांत को साफ करता है और मसूढ़ों की सूजन को दूर करता है। यह मसूढ़ों से पीब व खून का आना बन्द करता है।

5. ज्वार :

ज्वार के दानों को जलाकर बारीक पीसकर मंजन बना लें और इसमें सेंधानमक मिलाकर प्रतिदिन दांतों पर मलें । इससे दांतों का हिलना बन्द होता है और दांत मजबूत होते हैं।

6. पीपल :

पीपल के पत्तों को पानी में उबालकर प्रतिदिन कुल्ला करने से दांतों का दर्द ठीक होता है।

7. पुदीना :

सूखे पुदीने को पीसकर प्रतिदिन मंजन करने से दांतों का दर्द ठीक होता है।

8. तम्बाकू :

तम्बाकू के पत्ते को नमक के साथ पीसकर इससे प्रतिदिन सुबह-शाम मंजन करने से दांतों का दर्द व मसूढ़ों की सूजन दूर होती है।

तम्बाकू के पत्तों का चूर्ण बनाकर मंजन करने से दांतों का दर्द नष्ट होता है।

9. बादाम :

बादाम के छिलके 40 ग्राम, कालीमिर्च 20 ग्राम, फिटकरी 20 ग्राम, रूमीमस्तांगी और ताजू 20 ग्राम को बारीक पीसकर पॉउडर बना लें। इसके पॉउडर प्रतिदिन मंजन करने से मसूढ़ों से खून का निकलना बन्द होता है और दांतों का हिलना बन्द होता है।

10. नारियल :

नारियल के तेल में रूई भिगोकर दर्द वाले दांत के नीचे दबाकर रखने से दर्द में आराम मिलता है।

नारियल की गिरी, बादाम की मींगी, पीला मोम और हींग को पीसकर चबाने से दांतों का खट्टापन नष्ट होता है।

11. सोंठ :

सोंठ, हरड़, बहेड़ा, आंवला और सरसों का काढ़ा बनाकर प्रतिदिन सुबह-शाम कुल्ला करने से मसूढ़ों की सूजन, पीव, खून और दांतों का हिलना बन्द होता है।

सोंठ, कालीमिर्च, पीपल, माजूफल, पांचों नमक और नीलाथोथा बराबर मात्रा में लेकर पीसकर मंजन बना लें। इससे प्रतिदिन मंजन करने से दांतों का दर्द व अन्य रोग ठीक होते हैं।

12. गोमूत्र :

100 मिलीलीटर गोमूत्र दिन में 1 बार कुछ दिनों तक पीने से दांत मजबूत होते हैं और दांतों के कीड़े खत्म होते हैं।

13. खाने का सोडा :

दांतों में हो रहे दर्द को दूर करने के लिए नींबू का रस 2 से 3 चम्मच, खाने का सोडा 1 ग्राम और 4 लौंग मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें और इससे दांतों का दर्द ठीक होता है।

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