(Meditation)मेडिटेशन किसे कहते है ?
शाब्दिक तौर पर देखा जाए तो मेडिटेशन अंग्रेजी शब्द है। पश्चिमी देशों से आए हुए शब्दों को लेकर भारत में कई सारे भ्रम हैं। कुछ लोग ध्यान योग का अर्थ चिंतन करने तथा कुछ लोग कल्पना के रूप में ले लेते हैं।
शाब्दिक रूप में देखा जाए तो मेडिटेशन का अर्थ ध्यान करना है।
भागवत गीता के अनुसार मेडिटेशन का अर्थ योग है। योग का अर्थ होता है- जोड़ना। इस प्रकार मेडिटेशन का सही मायने में अर्थ है- स्वयं का स्वयं से तथा स्वयं का ईश्वर से संबंध जोड़ना अर्थात ध्यान योग Meditation करना।
tables of content
- मेडिटेशन किसे कहते है ?
- मेडिटेशन से क्या क्या लाभ है?
- रोज मेडिटेशन करने से क्या होगा?
- सुबह मेडिटेशन करने से क्या होता है?
- ध्यान कितनी देर तक करना चाहिए?
- मेडिटेशन में नींद से कैसे बचें
- मेडिटेशन के बाद और पहले क्या नहीं करना चाहिए?
- मेडिटेशन से दिमाग कैसे बढ़ता है?
- ध्यान में कितनी शक्ति है?
- मेडिटेशन करते समय कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए?
- क्या मेडिटेशन करने का कोई साइड इफेक्ट है?
- सोने से पहले कौन सा मेडिटेशन करना चाहिए?
- मेडिटेशन करने से पहले क्या करना चाहिए?
- क्या 5 मिनट का ध्यान काफी है?
- क्या 1 घंटे का ध्यान अच्छा है?
- घर पर मेडिटेशन कैसे करें?
- हमें मेडिटेशन कब करना चाहिए?
मेडिटेशन(Meditation) से क्या क्या लाभ है?
यह तनाव कम करता है। ...
बात बात पर चिंता करना कम हो जाता है। ...
भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ाता है। ...
स्व-जागरूकता बढ़ाता है। ...
एकाग्रता बढ़ाता है। ...
भूलने की समस्या को कम करता है। ...
ध्यान आपको दयालु बनाता है। ...
बुरी आदतों को छोड़ने में मदद करता है।
रोज मेडिटेशन (Meditation)करने से क्या होगा?
नींद में सुधार करता है
मेडिटेशन में कुशल बनने से आपको रेसिंग या भागने के विचारों को नियंत्रित करने या पुनर्निर्देशित करने में मदद मिल सकती है जो अक्सर नींद न आने का कारण बनते हैं। मेडिटेशन आपके शरीर को आराम देने, तनाव मुक्त करने और आपको एक शांतिपूर्ण स्थिति में रखने में मदद कर सकता है।
सुबह मेडिटेशन (Meditation)करने से क्या होता है?
सुबह में मेडिटेशन करने से शरीर को गजब के फायदे मिलते हैं. यह दिन की शुरुआत करने के लिए बहुत ही फायदेमंद है. कुछ ही मिनट का मेडिटेशन आपके तनाव के स्तर को कम करने में मदद करता है. इतना ही नहीं मेडिटेशन करने से आपकी चिंता तो कम होगी ही साथ ही यह आपको बेहतर डिसीजन मेकर भी बनाने में मदद करता है.
ध्यान(Meditation) कितनी देर तक करना चाहिए?
मेडिटेशन के शुरुआती दौर में आपको 10 से 15 मिनट तक ध्यान करने का प्रयास करना चाहिए। जब आप इस समय तक ध्यान करने के अभ्यस्त हो जाएं, तो समय को अपनी इच्छा के अनुसार आधे घंटे या एक घंटे तक बढ़ा सकते हैं।
मेडिटेशन(Meditation) में नींद से कैसे बचें
ध्यान शुरू करना एक अच्छा फैसला है लेकिन शुरुआत में आपको लंबे वक्त की मेडिटेशन से बचना चाहिए। क्योंकि शुरू में लंबे समय तक ध्यान लगाने से आपको नींद महसूस होगी। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने मस्तिष्क को इस तरह से प्रशिक्षित करना होगा कि आपका ध्यान अटूट रहे।
मेडिटेशन(Meditation) के बाद और पहले क्या नहीं करना चाहिए?
भोजन करने के बाद आपको कभी भी मेडिटेशन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। आपको नियमित रूप से भोजन करने से पहले और खालीपेट की मेडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए। मेडिटेशन के बाद नींद से बचने के लिए आपको दिन भर जागरूक और एक्टिव रहना चाहिए।
मेडिटेशन(Meditation) से दिमाग कैसे बढ़ता है?
पद्मासन के दौरान प्राणायाम यानी सांस लेने व छोड़ने की प्रक्रिया करने से मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में भी मदद मिल सकती है। पूरा पढ़ेंपश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)- पश्चिमोत्तानासन को याददाश्त बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह आसन दिमाग को शांत करके व्यक्ति की एकाग्रता अच्छी बनाए रखने में मदद करता है
ध्यान (Meditation) में कितनी शक्ति है?
*ध्यान से तनाव ही नहीं, पीठ का दर्द, लकवा, मांसपेशियों में खिंचाव, मधुमेह व अस्थमा जैसे रोगों का उपचार भी संभव है। *याददाश्त बढ़ाने, मन-मस्तिष्क को एकाग्र करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और आज के प्रतिस्पर्द्धी वातावरण के दबावों का सामना करने के लिए ध्यान की शक्ति महत्वपूर्ण सिद्ध होती है।
मेडिटेशन (Meditation) करते समय कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए?
जब भी ध्यान करें तो कोशिश करें ये एकांत या खुली जगह में किया जाए। सिद्धासन में आंखे बंद करके मेडिटेशन करते वक्त शरीर को ढीला छोड़ दें। 3. ध्यान करते समय दिमाग में आने वाले विचारों पर नियंत्रण रखें।
क्या मेडिटेशन करने का कोई साइड इफेक्ट है?
विशेषज्ञों ने यह दावा किया है कि मेडिटेशन से लोगों में एंजायटी अटैक आ सकता है क्योंकि मेडिटेशन सभी प्रकार की भावनाओं और यादों को वापस लाता है जिसमें आपके जीवन से जुड़े कुछ दर्दनाक हादसे भी हो सकते हैं जिनके याद आने से आप दोबारा चिंता से ग्रसित हो सकते हैं। आप दुनिया से खुद को अलग-थलग महसूस कर सकते हैं।
सोने से पहले कौन सा मेडिटेशन करना चाहिए?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने से पहले तेज और भारी एक्सरसाइज करने की तुलना में स्ट्रेचिंग और ध्यान लगाने जैसी एक्टिविटीज ज्यादा फायदेमंद हैं। तेज और भारी एक्सरसाइज करने से हार्ट बीट और बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ता है, जिससे नींद आने में दिक्कत होती है।
मेडिटेशन करने से पहले क्या करना चाहिए?
मेडिटेशन करने से पहले थोड़ी बहुत एक्सरसाइज जरूर कर लें. मेडिटेशन के लिए ऐसी मुद्रा चुनें जिसमें आप लम्बे समय तक बैठ सकें खुद को रिलैक्स करते हुए इस समय चेहरे पर मुस्कुराहट के भाव रखें. मेडिटेशन के पहले 10-15 मिनट तक गहरी सांस लें इससे आपका शांत भाव में जाना आरम्भ होता है।
क्या 5 मिनट का ध्यान काफी है?
शोध से पता चला है कि दिन में सिर्फ पांच मिनट का ध्यान दिमाग को साफ करने, मूड में सुधार करने, मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने, तनाव को कम करने, उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और स्वस्थ चयापचय का समर्थन करने के लिए पर्याप्त है। कुछ दिनों में आपके पास अधिक समय हो सकता है, और अन्य दिनों में आपके पास कम हो सकता है।
क्या 1 घंटे का ध्यान अच्छा है?
कई अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग हर सुबह 1 घंटे ध्यान करते हैं, वे बिना ध्यान के उन लोगों की तुलना में अधिक खुश, स्वस्थ और अधिक सफल होते हैं । एक शांत और केंद्रित दिमाग आपके दिन के लिए टोन सेट करेगा।
घर पर मेडिटेशन कैसे करें?
- Meditation के लिए शांत व खुले स्थान का चुनाव करें।
- Meditation किसी शांत एवं खुले जगह पर ही सबसे अच्छे से हो सकती है। ...
- सही समय का चुनाव करें। ...
- कुछ देर शांत और सीधा रहने का अभ्यास करें। ...
- अब धीरे-धीरे गहरी लंबी सांस ले। ...
- अब अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। ...
- चेहरे पर मुस्कराहट रखें।
हमें मेडिटेशन कब करना चाहिए?
मेडिटेशन करते वक्त उसका सही समय बहुत जरूरी होता है। इसलिए जब भी आप मेडिटेशन करने बैठे तो सुबह का 4-5 बजे का समय या फिर शाम के 6-7 बजे का समय चुने क्योंकि इस वक़्त चारो तरफ शांति रहती है और हमारा मन भी शांत रहता है।
धन्यवाद 🙏🙏
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