पानी कब, कितना और कैसे पीएं
Gharelu upchar. आयुर्वेद के अनुसार पानी हमेशा घूंट-घूंट कर पीना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि यह बॉडी के टेंप्रेचर के मुताबिक शरीर में पहुंचे। सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक पानी को पीने के कुछ नियम हैं जो सेहतमंद रहने के लिए जरूरी हैं। सुबह खाली पेट पानी पीने से स्किन, लिवर, किडनी और आंख से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं। खासकर गर्मी के दिनों में इसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. काशीनाथ समगंडी से जानते हैं पानी पीने का सही तरीका क्या है?
पानी से जुड़ी काम की बातें: कब, कितना और कैसे पीएं
1. कब, कितना और कैसे पीएं पानी
- सुबह उठने के बाद खाली पेट।
- भोजन करने के 1 घंटा पहले बाद में।
- दिनभर में 8—10 गिलास जरूरी।
- खड़े होकर पानी न पीएं, ज्वाइंट्स कमजोर होते हैं।
2. पानी कब नहीं पीना चाहिए?
- गर्म भोजन, फल जैसे ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूजा खाने के बाद।
- गर्म दूध या चाय पीने के बाद और धूप से आने के तुरंत बाद।
- एक्सरसाइज करने के तुरंत बाद क्योंकि शरीर का तापमान बदलता है।
- चिकने और तले पकवान खाने के बाद या मूंगफली खाने के तुरंत बाद।
3. कितना जरूरी है पानी
पेट की परेशानियां खत्म : रोजाना सुबह पानी पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता और पेट से जुड़ी बीमारियों जैसे कब्ज से बचाव होता है।
दूर होता सिरदर्द: एक शोध के मुताबिक सिरदर्द के 90 प्रतिशत मामले शरीर में पानी की कमी के कारण होते हैं, इसलिए 8—10 गिलास पानी जरूरी पीएं।
चमकदार स्किन: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से त्वचा को नमी मिलती है जिससे ये चमकदार बनती है और त्वचा रोगों से भी बचाव होता है।
बढ़ती इम्युनिटी: पानी से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालता है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वजन नियंत्रित रहता है।
सुस्ती होती दूर: थका या सुस्त महसूस कर रहे हैं तो पानी पीएं। इससे रक्त में अधिक लाल रक्त कोशिकाओं के कारण अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होता है और ऊर्जा मिलती है।
फैक्ट: शरीर के वजन का दो तिहाई भाग होता पानी होता है।
2.5 लीटर पानी रोजाना शरीर से निकलता है।
शरीर में 10 फीसदी पानी की कमी होने पर प्यास लगती है।