इंसान को कोई और नहीं बल्कि वो खुद ही खुद को बर्बाद कर रहा है ।जैसे जब कोई समस्या इंसान के सामने आती ही है तो वह इतना उस समस्या को सोचता हैं ,की वह कभी कभी तो उस समस्या से बाहर ही नहीं निकल पाता या दिन भर उस समस्या के बारे में सोचता रहता है जिससे केवल समय ही nhi बल्कि वह इंसान भी मानसिक रूप से बीमार सा हो जाता है ।।
इंसान को कभी भी नकारात्मक (negative) नही सोचना चाहिए हमेशा सकारात्मक (postive) रहना चाहिए।।