** ईर्ष्या और नफरत की आग में जलने वाले
मनुष्य चाहे जितने जतन कर ले वह कभी सच्ची खुशी और हँसी नहीं प्राप्त कर सकता।।**
**अगर आप दूसरो के लिए दिया जलाते हों तो ,
यह आपके रास्ते को भी रोशन कर देता है।।**
! !!! तो अच्छा है !!!!!
खुद में रह कर वक्त बिताओ तो अच्छा है,
खुद का परिचय खुद से कराओ तो अच्छा है।।
तेरी मेरी इसकी उसकी छोड़ो भी अब,
खुद से खुद की शक्ल मिलाओ तो अच्छा है।।
बदन को महकाने में सारी उम्र काट ली ,
रूह को अब अपनी महकाओ तो अच्छा है।।
दुनिया भर में घूम लिए हो जी भर के अब,
वापस खुद में लौट के आओ तो अच्छा है।।
तन्हाई में खामोशी के साथ बैठकर,
खुद को खुद की गजल सुनाओ तो अच्छा है।।
"झूठ का "
कोई भविष्य नही वो आपका
आज शायद सुखद करे पर
कल बिलकुल नहीं।।
लोहे को
कोई नष्ट नहीं कर सकता
बस उसका जंग...उसे नष्ट करता है।
इसी तरह
आदमी को भी कोई और नही बल्कि
उसकी "सोच"
ही उसको नष्ट कर सकती है ।।
सोच अच्छी रखो ।
निश्चित अच्छा ही होगा।।
**जितना बड़ा सपना होगा,
उतनी ही बड़ी तकलीफ होगी,
और जितनी बड़ी तकलीफ होगी,
उतनी ही बड़ी कामयाबी होगी।।**
**आप अपनी तुलना दूसरो से न करे ,
क्युकी सूरज और चंद्रमा दोनों ही चमकते हैं।
लेकिन अपने अपने समय पर ।।**
**इंसान अपनी नजरों में सही होना चाहिए, दुनिया को छोड़ो,दुनिया तो भगवान से भी दुखी हैं।
अपनी परेशानी की वजह दूसरो को मानने से आपकी परेशानियां कभी कम नही हो सकती है।।
**अहसास के अंदाज बदल जाते हैं वरना
"आंचल भी"
उसी धागे से बनता है और
"कफन भी"।।
**डोर लंबी हो इसका मतलब यह नही की पतंग
बहुत ऊपर तक जाएगी ,,,,!
उड़ाने का तरीका आना चाहिए ।।
दौलत ज्यादा का मतलब सफल जीवन नही ,,,,।।
जीने का तरीका आना चाहिए।।**
यदि कोई सफलता प्राप्त करना चाहता है तो
बस सफल व्यक्ति को देखो।।
और यदि आप खुश रहना चाहते हैं , तो
गरीब व्यक्ति को देखो।।
**यूं ही नही मिलती रही को मंजिल,
एक जुनून सा दिल में जगाना होता है,
पूंछ चिड़िया से कैसे बना आशियाना,
बोली _,,,,,
भरनी पड़ती है उड़ान बार बार
तिनका तिनका उठाना पड़ता है।।।
***M3***